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तेज बहादुर सप्रू

व्यक्तित्व एवं कृतित्व

[जन्म 1875 – निधन 1949]

वे 1907 में कांग्रेस के नरमपंथ का हिस्से बने और वे दि लीडर समाचार-पत्र से जुड़े हुए थे। वे मेमोरेंडम ऑफ दि 19 पर दस्तखत करने वाले लोगों में से एक थे। वे वायसराय की इंपीरियल लेजिसलेटिव काउंसिल के सदस्य थे। यह एनी बेसेंट के होमरूल लीग आंदोलन से भी जुड़े रहे। उन्हें लॉर्ड रीडिंग की कार्यकारी समिति में लॉ मेंबर नियुक्त किया गया। जहां उन्होंने दो साल काम किया। उन्होंने ब्रिटिश सेक्रेटरी ऑफ स्टेट का भारतीय मामलों में दखल देने का विरोध किया और तर्क दिया कि ये दखल सारे सुधारों को नष्ट कर देगा। उन्होंने 1930 के गोल मेज सम्मेलन में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने भारत छोड़ो आन्दोलन का विरोध किया और इसे भारी भूल बताया।

साभार: इंडियन लिबरल ग्रुप