07 अप्रैल: विश्व स्वास्थ्य दिवस

" फिट रहेगा इंडिया, तभी हिट रहेगा इंडिया" आज पूरी दुनिया विश्व स्वास्थ्य दिवस मना रही है जानें इसकी डेट, थीम, इतिहास और महत्व के बार में

दुनिया कोरोना इस वक्त कोरोना वायरस के संक्रमण, प्रदूषण और कई खतरनाक बीमारियों से जूझ रही है. ऐसे में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता समय की मांग बन गई अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता इससे पहले किसी काल खंड में नहीं देखी गई। यही वजह है कि आज की तारीख बेहद अहम है 7 अप्रैल को पूरी दुनिया विश्व स्वास्थ्य दिवस मन रही है भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर नए तरीके से चर्चा और विकास कार्य बड़ी तेजी से चल रहे हैं आइए हम आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में कि क्यों मनाते हैं विश्व स्वास्थ्य दिवस क्या है इसका उद्देश्य और कैसे हुई इसकी शुरुआत?

विश्व स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य:

साधारण शब्दों में कहें तो इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर के लोगों की हेल्थ के लेवल को ऊंचा उठाना और लोगों को हेल्थ के प्रति जागरूक करना है।  हर व्यक्ति हर स्वास्थ रहे और उसे अच्छे उपचार की सुविधा मिल सके। साथ ही लोग जागरूक हों, ताकि दुनिया भर में फैली गंभीर बीमारियों की रोकथाम की जा सके। स्वास्थ्य के मुद्दों और समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से डब्लूएचओ (WHO) के नेतृत्व में हर साल दुनिया भर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

W.H.O.  की भूमिका बेहद अहम:

डब्ल्यूएचओ दुनिया में हेल्थ से जुड़े मामलों में लीडर है इंडिया के तमाम मुल्कों में डब्ल्यूएचओ के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की दिशा में कार्य किया जाता है ग्रांट प्रदान की जाती है साथ ही दवाओं वैक्सीन और हेल्थ सेंटर का संचालन किया जाता है विश्व स्वास्थ्य दिवस डब्ल्यू एच ओ के हेल्थ रिसर्च एजेंडे को शेप देने,  रूल्स और स्टैंडर्ड्स तय करने, एविडेंस बेस्ड पॉलिसी पेश करने, देशों को टेक्नीकल सपोर्ट देने और हेल्थ से जुड़े रुझानों की निगरानी और आकलन करने के की जिम्मेदारी मकसद से काफी अहमियत रखता है क्योंकि इस दिन समूचे विश्व के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की रूपरेखा तैयार की जाती है

विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 की थीम:

कोरोना के खतरे को ध्यान में रखते हुए इस समय पूरी दुनिया अपनी स्वास्थ्य के प्रति बेहद जागरूक है और इसी को ध्यान में रखते हुए 2022 के स्वास्थ्य दिवस की थीम रखी गई है दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस के संक्रमण, प्रदूषण और कई खतरनाक बीमारियों से जूझ रही है। यही वजह है कि इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इस साल वर्ल्ड हेल्थ डे की थीम ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य (Our planet, our health)’ है।

कब और क्यों हुई विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत?

7 अप्रैल, 1948 को विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की स्थापना हुई थी इसी के उपलक्ष में हर साल विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्वास्थ्य के लिए यूनाइटेड नेशंस की स्पेशलिस्ट एजेंसी है विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की शुरुआत साल 1950 में हुई थी। इसी वर्ष डब्ल्यूएचओ की पहली विश्व स्वास्थ्य सभा हुई। जिसमें हर साल इस दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। एक इंटरगर्वन्मेटल ऑर्गेनाइजेशन है, जो आमतौर पर इसके सदस्य देशों के स्वास्थ्य मंत्रालयों के जरिए और उनके साथ मिलकर काम करती है।

विश्व की खराब होती सेहत का प्रमुख कारण जलवायु संकट:

डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि दुनिया भर में हर साल 13 मिलियन से अधिक मौतें पर्यावरण से जुड़े ऐसे कारणों से होती हैं जिन्हें टाला जा सकता है। इसमें जलवायु संकट शामिल है, जो मानवता के सामने सबसे बड़ा स्वास्थ्य खतरा है। जलवायु संकट भी एक स्वास्थ्य संकट है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार “महामारी,  प्रदूषण, कैंसर, अस्थमा और हार्ट डिजीज जैसी बीमारियों के बीच वर्ल्ड हेल्थ डे 2022 के अवसर के पर डब्ल्यूएचओ मानव और पूरी पृथ्वी को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी कार्यों पर तुरंत वैश्विक ध्यान केंद्रित करेगा और अच्छे स्वास्थ्य पर केंद्रित समाज बनाने के लिए एक आंदोलन को बढ़ावा देगा.”

भारत विश्व स्वास्थ्य दिवस पर लाल किले से योग के जरिए देगा स्वस्थ्य जीवन का संदेश:

आयुष मंत्रालय विश्व स्वास्थ्य दिवस की सुबह सुबह लाल किला में सामान्य योग तौर-तरीके के प्रदर्शन के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान के मुताबिक लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के इस कार्यक्रम का मुख्य अतिथि होने की संभावना है। इस कार्यक्रम में कई केंद्रीय मंत्रियों, संसद सदस्यों, विभिन्न देशों के राजदूतों, प्रमुख खेल हस्तियों और योग गुरुओं की उपस्थिति भी बताई गई है। बृहस्पतिवार को विश्व स्वास्थ्य दिवस के अलावा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) की उलटी गिनती का 75वां दिन भी है। मंत्रालय ने अपने विभिन्न हितधारकों के साथ 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के भव्य आयोजन की तैयारी आरंभ कर दी है

पैदल चलना तंदुरस्त का सबसे बड़ साधन:

गंगाराम अस्पताल के इम्युनोलॉजिस्ट डॉ. वेद चतुर्वेदी कहते हैं, फिजिकल एक्टिविटीज में योगा जिम, रनिंग, स्विमिंग वगैरह को शामिल किया जा सकता है, लेकिन सबसे बेसिक है पैदल चलना। दिन में कम से कम 30 मिनट या 3 किलोमीटर पैदल चलना चाहिए। जरूरी नहीं कि आप सुबह ही वॉक करें। जब समय मिले, तब वॉक कर सकते हैं, लेकिन कम से कम 30 मिनट जरूरी है। खाली पेट वॉक से पूरा दिन एनर्जी बनी रहती है। पैदल चलने से ब्लड का सर्कुलेशन अच्छा होता है और ब्रेन में डोपामिन हार्मोन रिलीज होता है जिससे व्यक्ति खुशी महसूस करता है।

 

डॉक्टर्स बाइट: nbt

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