हाल ही मे जब राज्यों की विधानसभाओं के चुनावी नतीजे सामने आए, तो पश्चिम बंगाल में साम्यवादियों और तमिलनाडु में डीएमके की नाटकीय ढंग से हुई हार को ज़्यादा तवज्जो दी गई। जिन दो राजनेताओं की वजह से जीत मुमकिन हो पाई, उनसे जुड़ी दिलचस्प कहानियों में लोगों ने खूब रुचि ली। केरल का ज़िक्र हुआ ज़रूर, लेकिन जीत के कम अंतर की वजह से, जो सत्ता पर बैठे मुख्यमंत्री की वजह से संभव हो पाई थी। वह मुख्यमंत्री जिन्हें कांग्रेस नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक गठबंधन से ज़्यादा अपनी सरकार और दल का कोपभाजन ज़्यादा बनना पड़ा।