लघु, सूक्ष्म और मझोले उद्योगों के नए मंत्री वयलार रवि ने हाल ही में कहा कि अगर स्वीडन की रिटेल कंपनी आइकिया के देश में आने से स्थानीय छोटी और सूक्ष्म इकाइयों पर असर पड़ेगा तो इस विदेशी कंपनी के लिए नियमों में बदलाव नहीं किया जाएगा। आइकिया अगले 10 से 15 सालों में देश में 1.5 अरब यूरो (10,500 करोड़ रुपये) का निवेश करने को तैयार है, बशर्ते सरकार एकल ब्रांड खुदरा में विदेशी निवेश से जुड़े कुछ नियमों में रियायत बरतने को तैयार हो। आइकिया जैसी रिटेल कंपनियों के लिए अपने माल का 30 फीसदी भारत की छोटी कंपनियों (जिनका कारोबार 5 करोड़ रुपये से कम का हो) से खरीदना अनिवार्य है