गुजरात में कृषि की विकास दर 10 प्रतिशत से ज्यादा रही है। इसमें पानी बिजली और सड़कों के अलावा भी कई कारकों की भूमिका रही है।2005 में कृषि महोत्सव कार्यक्रम शुरू किया गया ।यह किसानों के साथ जनसंपर्क का कार्यक्रम है जो महीनेभर चलता है। इसमें कृषिऱथों का भी समावेश है। जमीन के हर टुकड़े के लिए मिट्टी के स्वास्थ्य संबधी कार्ड जारी किए गए हैं।2007 में गुजरात कोपरेटीव एंड वाटर यूजर्स पार्टीसिपेटरी इरीगेशन मैनेजमेंट एक्ट पारित किया गया और सहभागिता पर आधारित सिंचाई प्रबंधन की अवधारण को प्रस्तुत किया गया।