स्वनिधि योजना बनी "आत्मनिर्भर भारत" की पहचान

स्ट्रीट वेंडर्स के बिना क्या भारत की कल्पना की जा सकती है?

 

कोरोना महामारी के दौरान रेहड़ी-पटरी वालों का कारोबार लगभग खत्म हो गया था। ऐसे लोगों की मदद के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना या पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना को सरकार खास तौर पर स्ट्रीट वेंडर्स के लिए चला रही है। इस स्कीम के तहत सरकार रोजगार की शुरुआत के लिए बिना किसी गारंटी के लोन दे रही है।

स्वनिधि योजना बनी "आत्मनिर्भर भारत" की पहचान

केंद्र सरकार ने बताया है कि रेहड़ी-पटरी वालों के लिए प्रधानमंत्री स्‍ट्रीट वेंडर आत्‍मनिर्भर निधि- पीएम स्‍वनिधि योजना के अंतर्गत इस वर्ष 23 मार्च, 2023 तक, 34.47 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को 5,152.37 करोड़ रुपये से अधिक के 42.70 लाख ऋण वितरित किए गए हैं। आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 3 अप्रैल 2023 को राज्‍यसभा में यह जानकारी दी।

स्वनिधि योजना का उद्देश्य

पीएम स्‍वनिधि योजना का उद्देश्‍य रेहड़ी-पटरी वालों को बिना कुछ गिरवी रखे कारोबार में मदद करना है। इसके तहत तमाम गैर संगठित छोटे छोटे ठेले वालों, गुमटी वालों, छोटे दुकान वालों को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता प्रदान कर उन्हें स्वावलंबी बनाना है जिससे आत्म निर्भर भारत का संकल्प पूरा किया जा सके।

 

स्वनिधि योजना बनी "आत्मनिर्भर भारत" की पहचान

 

लेखक के बारे में

Azadi.me
डिस्क्लेमर:

ऊपर व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं और ये आवश्यक रूप से आजादी.मी के विचारों को परिलक्षित नहीं करते हैं।

Comments

जनमत

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति महामारी जैसी परिस्थितियों से निबटने के लिए उचित प्रावधानों से युक्त है?

Choices