क्या पर्यावरणवाद और मछुआरों की आजीविका विरोधी है?

Is the environment and fishermen's livelihood antagonistic? पर्यावरणवाद और मछुआरों की आजीविका को अक्सर एक-दूसरे के विपरीत चित्रित किया गया है। राज्यों ने संरक्षण लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मत्स्य प्रबंधन के नौकरशाही बनाने के लिए नए कानून बनाए हैं। इस पॉडकास्ट में श्री उस्मानगनी शेरासिया (सचिव, नेशनल फिशवर्कर्स फोरम) के साथ, हम मत्स्य पालन शासन के मुद्दे और गुजरात में छोटे पैमाने के मछुआरों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।